Cyclone Remal Updates:
एक शक्तिशाली चक्रवात 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है. :
इसलिए ट्रेन और हवाई सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. देश में कई जगहें ऐसी हैं जहां भारी बारिश और हवाओं ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. प्रशासन ने जनता से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने का आग्रह किया है। तूफान के कारण विद्युत पारेषण भी बाधित हुआ। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में अधिक तीव्रता की चेतावनी दी है। यात्रियों से अनुरोध है कि वे सुरक्षित रहें और केवल आवश्यक उद्देश्यों के लिए ही अपने घर से बाहर निकलें। संबंधित निदेशकों ने यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष कदम उठाए हैं। उनसे फिर से आवश्यक सुरक्षा सावधानियों का पालन करने का आग्रह किया जाता है। जनता को वास्तविक समय की जानकारी और मार्गदर्शन के लिए स्थानीय मीडिया से जुड़ने की सलाह दी जाती है।
एक शक्तिशाली चक्रवात 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है. इसलिए ट्रेन और हवाई सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. देश में कई जगहें ऐसी हैं जहां भारी बारिश और हवाओं ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. प्रशासन ने जनता से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने का आग्रह किया है। तूफान के कारण विद्युत पारेषण भी बाधित हुआ। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और अधिक तीव्रता की चेतावनी दी है। यात्रियों से अनुरोध है कि वे सुरक्षित रहें और केवल आवश्यक उद्देश्यों के लिए ही अपने घर से बाहर निकलें। संबंधित निदेशकों ने यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष कदम उठाए हैं। उनसे फिर से आवश्यक सुरक्षा सावधानियों का पालन करने का आग्रह किया जाता है। जनता को वास्तविक समय की जानकारी और मार्गदर्शन के लिए स्थानीय मीडिया से जुड़ने की सलाह दी जाती है।
चक्रवाती तूफान रिमल बंगाल के तट की ओर बढ़ रहा है. रिमल पहले ही पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर आतंक मचा चुका है। समुद्री चक्रवात रिमल बंगाल के तट पर रुद्र रूप ले रहा है। चक्रवात के कारण तटीय इलाकों में तेज हवाएं और बारिश हुई है। प्रशासन ने तटीय इलाकों में चेतावनी जारी कर लोगों से सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की अपील की है. बिजली कटौती और पेड़ गिरने की भी घटनाएं हुईं। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने कहा कि आने वाले दिनों में और अधिक तीव्रता और क्षति की आशंका है। स्थानीय मीडिया के साथ संबंधों से वास्तविक समय की जानकारी प्राप्त करने और सुरक्षा नियमों का अनुपालन करने का अनुरोध किया जाता है। लोगों को केवल जरूरी काम के लिए ही घर से निकलने की सलाह दी गई है।
चक्रवाती तूफान रिमल बंगाल के तट की ओर बढ़ रहा है. रिमल पहले ही पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर आतंक मचा चुका है। चक्रवाती तूफान रिमल बंगाल के तट से टकरा रहा है. रिमल के प्रभाव के कारण पश्चिम बंगाल में हवाई और ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। मौसम विभाग ने रिमल के प्रभाव को देखते हुए असम में रेड अलर्ट भी जारी किया है। पश्चिम बंगाल में सुबह से ही भारी बारिश हो रही है। रिमल 110 से 120 किमी/घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। चक्रवात के कारण तटीय इलाकों में तेज हवाएं और बारिश हुई है। प्रशासन ने तटीय इलाकों में चेतावनी जारी कर लोगों से सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की अपील की है. जनता से वास्तविक समय की जानकारी प्राप्त करने और सुरक्षा नियमों का अनुपालन करने के लिए स्थानीय मीडिया से जुड़ने का आग्रह किया जाता है।
समुद्री चक्रवात रिमल पहले ही बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में आंधी और बारिश का कारण बन चुका है। मौसम विभाग ने इलाके में भारी बारिश और भयंकर तूफान की चेतावनी जारी की है. रिमल उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर उत्तर की ओर बढ़ रहा है और 110 से 120 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा है।
हालांकि, तटीय इलाकों में रिमल की अधिकतम गति 135 किमी प्रति घंटा होगी। चक्रवात से तटीय इलाकों में बड़े पैमाने पर नुकसान होने की आशंका है. मौसम कार्यालय के अनुसार, रिमल आधी रात को बांग्लादेश में मोंगला के दक्षिण पश्चिम तट से टकराएगा। चक्रवात के कारण तटीय इलाकों में अफरा-तफरी मच गई है. तेज हवाओं और बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर पहले ही कई एहतियाती कदम उठाए जा चुके हैं। प्रशासन ने जनता से सुरक्षित आश्रय लेने और आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया है। तटीय क्षेत्रों के निवासियों को ऊंचे स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है। पेड़ गिरने की आशंका के कारण सड़कों पर यातायात के लिए विशेष सतर्कता जारी की गई है। बिजली कटौती का भी खतरा है.
आवश्यक सुरक्षा चेतावनियाँ और सलाह प्रदान करने के लिए स्थानीय मीडिया और जनता के बीच संपर्क बनाए रखा गया है। तटीय इलाकों के लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने का अनुरोध किया गया है। तटीय इलाकों में स्कूल और व्यवसाय बंद कर दिए गए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
रिमल के तट से टकराने पर बड़े इलाके में बाढ़ का खतरा है। तटीय इलाकों में पानी बढ़ने और घरों में पानी घुसने की आशंका है। प्रशासन स्थिति से निपटने के लिए बचाव कार्य की व्यवस्था करने के लिए तैयार है। सुरक्षित आश्रयों में भोजन, पानी और अन्य आवश्यकताएँ उपलब्ध कराने के लिए पहले ही कदम उठाए जा चुके हैं।
चक्रवात रिमल के बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ने और बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तट पर व्यापक क्षति होने की आशंका है। चक्रवात के कारण नदियों, नहरों और समुद्रों में उच्च प्रवाह होने की आशंका है, जिससे तटीय क्षेत्रों और कृषि क्षेत्रों में बाढ़ बढ़ जाएगी।
बचाव अभियान के लिए सेना, नौसेना और पुलिस प्रशासन पूरी तरह से तैयार है. प्रशासन ने तटीय इलाकों के लोगों से आवश्यक सावधानी बरतने और सुरक्षित आश्रय लेने का आग्रह किया है। घायलों को जल्द से जल्द इलाज उपलब्ध कराने के लिए स्थानीय अस्पतालों और क्लीनिकों में आपातकालीन उपाय भी किए गए हैं।
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि यदि रिमल तट से टकराता है तो अधिक वर्षा की उम्मीद है। मकानों, फसलों और बगीचों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। प्रशासन ने किसानों से अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए उपाय करने का आग्रह किया है। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि चक्रवात की गति और तीव्रता के अनुसार सावधानी बरतना जरूरी है.
ऐसे में बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में जरूरी सुरक्षा कदम उठाए गए हैं. यात्रियों को सड़कों पर यातायात में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। तटीय इलाकों के लोगों को किसी भी समस्या के लिए स्थानीय प्रशासन से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।
अंततः, रिमल के कहर से सुरक्षित रहना सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस समय जनता को सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए मीडिया के संपर्क में रहकर सिफारिशों का पालन करना आवश्यक है। सभी के सम्मिलित प्रयास से ही इस प्राकृतिक आपदा से सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
रिमल के प्रभाव के कारण पश्चिम बंगाल में कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. लगभग सभी रात की ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, खासकर शिलांग स्टेशन से। इस बीच, कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानें लगभग 21 घंटे के लिए निलंबित कर दी गई हैं, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई है। रविवार दोपहर 12 बजे से सोमवार सुबह 9 बजे तक सभी उड़ानें निलंबित हैं। सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं। प्रशासन ने यात्रियों से सतर्क रहने और जरूरी कदम उठाने को कहा है. मीडिया और स्थानीय प्रशासन ने समय पर रेल और हवाई सेवाओं की बहाली की सूचना देने के लिए कदम उठाए हैं। चक्रवात की तीव्रता को देखते हुए तटीय इलाकों में व्यापक अलर्ट जारी किया गया है.
रिमल के प्रभाव से असम में भारी बारिश की आशंका है. मौसम विभाग ने सोमवार को रेड अलर्ट घोषित कर दिया। गोलपारा, दिमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिलों में कई स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। धुबरी, दक्षिण शालमारा, मनकचर और बंगागांव जिलों में कई स्थानों पर बारिश की संभावना है. मौसम कार्यालय ने कहा कि गुरुवार तक राज्य में बारिश की संभावना है।
चिरांग और बक्सा जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मंगलवार को कोकराझार, बंगागांव, बजाली, तामुलपुर, बारपेटा, नलबारी, मोरीगांव, नागांव, होजई, पश्चिम कार्बी आंगलोंग और कार्बी आंगलोंग जिलों में पीला अलर्ट घोषित किया गया था। तटीय इलाकों में पहले ही रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बचाव दल अलर्ट पर हैं. दक्षिण बंगाल में एनडीआरएफ की 14 से ज्यादा टीमें तैनात की गई हैं. नौसेना की आपातकालीन सेवा टीमें भी तैयार हैं। रिमल के प्रभाव से निपटने के लिए देश पूरी तरह तैयार है।
